Uttarakhand
विलुप्त होने की कगार पर है कोठार, 100साल तक भी नही होता सामान खराव।

उत्तरकाशी – कोठार जो कभी उत्तराखंण्ड के हर घर की शान हुवा करता था। लेकिन फ्रीज के प्रचालन के कारण आज कोठार विलुप्त होने के कगार पर है। पुराने जमाने मे लोग इसे अन्न भण्डार करने के लिए उपयोग मे लाया करते थे। ओर इसमे 100 साल तक भी गेंहू चावल आटा फल आदि खराब नही होते थे।
जनपद उत्तरकाशी के सोड गांव मे भण्डारी परिवार 150 सालों से इसका आज तक उपयोग कर रहा है। देवदार की लकडी से बने कोठार के अन्दर का तापमान काफी कम होता है। जिसके कारण इसके अन्दर कीडे नही पडते। एक कोठार मे लगभग 30से 40कुन्तल के करीब सामाग्री स्टोर की जा सकती थी। लेकिन अब यह कोठार लगभग विलुप्त हो गये है। पुराने जमाने मे जिस भी परिवार के पास कोठार होता था। वह परिवार अमीर माना जाता था। आज हम आपको दिखाएंगे कि कोठार यानी कि पुराने जमाने का फ्रीज कैसा था।
Haridwar
Haridwar News : हरिद्वार में जंगली हाथियों का आतंक, लगातार आबादी क्षेत्र में घुसकर कर रहे हैं नुकसान

Haridwar News : हरिद्वार में जंगली हाथियों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। पहले जहां जंगली हाथी खेतों के आस-पास वाले इलाकों में नजर आ रहे थे। तो वहीं अब बीते कुछ समय से आबादी वाले क्षेत्रों में जंगली हाथी उत्पात मचा रहे हैं।
Table of Contents
Haridwar News : रिहायशी इलाकों में जंगली हाथियों का आतंक
हरिद्वार के आबादी क्षेत्र में जंगली हाथी लगातार घुसते नजर आ रहे हैं। आए दिन हरिद्वार में जंगली हाथियों के उत्पात की खबरें (Haridwar News) सामने आ रही हैं। शनिवार को मिसरपुर में भी दो जंगली हाथी रिहायशी कॉलोनी में चहल कदमी करते हुए नजर आए। घरों के बाहर विशालकाय हाथी को गुजरते देख लोगों में अपरा तफरी मच गई।
लगातार आबादी क्षेत्र में घुसकर कर रहे हैं नुकसान
शनिवार को भी हाथियों के रिहायशी इलाकों में आने के कारण स्थानीय लोगों में दहशत मच गई। इस से पहले भी जंगली हाथी कॉलोनी में पहुंचे थे और एक घर की पार्किंग में खड़ी गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया था। जंगली हाथियों के आबादी क्षेत्र में आने के कारण लोगों में डक का माहौल है।
एलीफेंट प्रूफ ट्रंच बनाने की तैयारी में वन विभाग
वन विभाग लगातार मिल रही शिकायतों और आगामी कुंभ मेले से पहले इन इलाकों में जंगली हाथियों की आवाजाही रोकने के लिए एक एलीफेंट प्रूफ ट्रंच यानी हाथी को रोकने के लिए खाई बनाने जा रहा है। डीएफओ का कहना है कि योजना का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है।
प्रभावित इलाकों में 8 किलोमीटर की बनाई जाएगी खाई
योजना के मुताबिक ज्यादा प्रभावित इलाकों में करीब 8 किलोमीटर की खाई बनाई जाएगी। इसके साथ ही सोलर फेंसिंग भी की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में हाथी लगातार पहुंचकर किसानों की फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं जिससे किसानों में भी वन विभाग के खिलाफ नाराजगी बनी हुई है।
Dehradun
ऑल इंडिया पब्लिक रिलेशन्स कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ, DG सूचना बंशीधर तिवारी को मिला ये बड़ा सम्मान

देहरादून में आयोजित ऑल इंडिया पब्लिक रिलेशन कॉन्फ्रेंस का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुभारंभ किया इस अवसर पर सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी को सम्मानित भी किया गया।
ऑल इंडिया पब्लिक रिलेशन्स कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ
तीन दिवसीय ऑल इंडिया पब्लिक रिलेशन कॉन्फ्रेंस का देहरादून में शुभारंभ हो गया है। तीन दिवसीय इस राष्ट्रीय आयोजन देश-विदेश के जनसंपर्क पेशेवरों, नीति-निर्माताओं और संचार विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर सुशासन, तकनीकी समावेश और संचार की बदलती भूमिका पर गहन विमर्श का अवसर प्रदान कर रहा है। बता दें कि ये सम्मेलन 13 से 15 दिसंबर 2025 तक देहरादून में आयोजित किया जा रहा है और इसका संचालन जनसंपर्क सोसायटी ऑफ इंडिया (PRSI) द्वारा किया जा रहा है।

DG सूचना बंशीधर तिवारी को मिला ये बड़ा सम्मान
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड के सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी को बेहतर सुशासन और प्रशासनिक उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया। बंशीधर तिवारी वर्तमान में सूचना महानिदेशक के साथ-साथ अपर सचिव मुख्यमंत्री और देहरादून–मसूरी विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) के उपाध्यक्ष के रूप में भी अपनी जिम्मेदारियां निभा रहे हैं।

ये सम्मान आगे भी बेहतर कार्य करने के करेगा प्रेरित
बता दें कि उन्हें प्रशासनिक दक्षता, प्रभावी जनसंपर्क और सुशासन के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए ये सम्मान प्रदान किया गया। सम्मान प्राप्त करने के बाद बंशीधर तिवारी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के लिए सम्मान अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। ऐसे सम्मान से न केवल आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि जिम्मेदारियां भी और अधिक बढ़ जाती हैं। उन्होंने कहा कि ये सम्मान उन्हें आगे भी बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा।
Dehradun
छात्रों को संरचना विहीन संस्थान में रखना पड़ा भारी, सुभारती कॉलेज को 87.50 करोड़ का वसूली वारंट जारी

DEHRADUN NEWS : जिले के बड़े बकायेदारों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत जिला प्रशासन ने सुभारती समूह पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देशों के अनुपालन में लंबित बकाया वसूली के तहत रू 87.50 करोड़ की कुर्की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।
छात्रों को संरचना विहीन संस्थान में रखना पड़ा भारी
देहरादून के जिलाधिकारी ने सुभारती समूह से बकाया राजस्व वसूली सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिला प्रशासन का कहना है कि भविष्य में भी किसी बड़े या छोटे बकायेदार को बकाया राशि न जमा करने पर कानूनी कार्रवाई से नहीं बख्शा जाएगा। जनपद में राजस्व वसूली को गति देने तथा सरकारी धन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यह कार्यवाही कर कड़ा संदेश दिया है। जिलाधिकारी ने द्वारा जारी कुर्की वारंट से स्पष्ट किया गया है कि बार-बार नोटिस दिए जाने के बावजूद भुगतान न होने पर यह कठोर कदम उठाया गया है।
सुभारती कॉलेज को 87.50 करोड़ का वसूली वारंट जारी
जिलाधिकारी ने कहा कि ‘जनता के धन की लूट करने वालों को किसी भी स्थिति में छोड़ा नहीं जाएगा।” उन्होंने निर्देशित किया है कि समस्त उप जिलाधिकारी अपने-अपने तहसील क्षेत्रों में ऐसे सभी छोटे एवं बड़े बकायेदारों की सूची तैयार करें, जिन्होंने लंबे समय से देय राशि जमा नहीं की है या जानबूझकर भुगतान से बच रहे हैं। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि इनके विरुद्ध विशेष वसूली अभियान चलाकर तत्परता से वसूली सुनिश्चित की जाए।
संस्थान को 6 वर्षों से 300 छात्रों से पूर्ण शुल्क वसूलने के बावजूद संरचना विहीन संस्थान में रखना भारी पड़ गया है, जिला प्रशासन ने वसूली वारंट जारी कर दिया है, अगले कुछ ही दिवसों में संस्थान का बैंक खाता सीज संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की जा सकती है।चिकित्सा शिक्षा निदेशक ने डीएम से की सिफारिशचिकित्सा शिक्षा निदेशक ने संस्थान से पूर्ण वसूली के जाने के सिफारिश जिलाधिकारी को की थी।

छह सालों में 300 बच्चों से ले चुके थे फीस
शैक्षिणक सत्र 2017-18 में प्रवेश पाए द्वितीय बैच के कुल 74 छात्रों द्वारा उच्चतम न्यायालय में रिट याचिका (सिविल) योजित की गई थी। जिसमें में छात्रों की ओर से संस्थान में संरचना उपलब्ध नहीं है, और वो संस्थान से लगतार शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकते हैं। याचिका में एमसीआई द्वारा अपने तथ्य रखे गए थे और याचिका में ये प्रश्न था कि छात्रों को अन्य संस्थान में प्रवेश देकर अन्तरित किया जाएं। वर्ष 2019 में उच्चतम न्यायालय ने ये निर्देश दिया गया था कि 300 छात्राओं को राज्य के तीन राजकीय मेडिकल कॉलेजों में अन्तरित किया जाए।
उच्चतम न्यायालय ने ये भी आदेश दिया गया था कि ये छात्र केवल राजकीय मेडिकल कॉलेज में लागू फीस का ही भुगतान करेंगे। उच्चतम न्यायालय ने अपने आदेश को 12 अप्रैल 2019 के आदेश में पुनः पुष्ट किया गया था। श्रीदेव सूमन सुभारती मेडिकल कॉलेज में इन सभी 300 छात्राओं को राजकीय मेडिकल कॉलेजों में समयोजित किए जाने हेतु लगभग एक नये मेडिकल कॉलेज को खोलने के अनुरूप अपेक्षित संरचना स्थापित करने की आवश्यकता थी, जिसमें राज्य सरकार पर अनापेक्षित वित्तीय भार आ गया था, जबकि उक्त संस्था द्वारा इन छात्रों से शुल्क बिना किसी काम के संग्रहित किया गया था।
राजस्व की हानि किसी भी प्रकार से स्वीकार्य नहीं
जिलाधिकारी सविन बंसल ने निर्देश दिए कि राजस्व की हानि किसी भी प्रकार से स्वीकार्य नहीं है। बकायेदारों द्वारा देरी या भुगतान से बचने की प्रवृत्ति पर अब सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि बकायेदारों की विस्तृत रिपोर्ट तत्काल तैयार करें। इसके साथ ही प्राथमिकता के आधार पर बड़े बकायेदारों पर कार्रवाई करें, लगातार फॉलोअप करते हुए वसूली की दैनिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करें, आवश्यक होने पर कुर्की, नोटिस, बैंक खाता कुर्की या अन्य विधिक कार्रवाई भी अमल में लाई जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि सरकारी योजनाओं और विकास कार्यों के लिए जनता की कमाई से जुटाया गया धन अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऐसे में किसी भी प्रकार की लापरवाही या लूट बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने निर्देशित किया कि अभियान को पूरी गंभीरता और पारदर्शिता के साथ चलाया जाए ताकि जनपद में राजस्व वसूली की स्थिति मजबूत हो सके।
Dehradun21 hours agoDIT यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए राज्यपाल, उद्यमिता और नशामुक्त समाज का दिया संदेश
Dehradun22 hours agoCM DHAMI ने महक क्रांति नीति-2026-36 का किया शुभारंभ, हजारों किसानों को मिलेगा लाभ
big news23 hours agoIMA Passing Out Parade की थल सेनाध्यक्ष ने ली सलामी, देश को मिले 491 जाबांज अफसर
Featured19 hours agoजलवायु परिवर्तन और मानवीय गतिविधियों से हिमालयी जैव विविधता खतरे में
Uttarakhand24 hours agoLambi Dehar Mines : रहस्यमयी इतिहास, डरावनी कहानियाँ और आज का प्रसिद्ध टूरिस्ट स्पॉट (2025 गाइड)
Haridwar49 minutes agoHaridwar News : हरिद्वार में जंगली हाथियों का आतंक, लगातार आबादी क्षेत्र में घुसकर कर रहे हैं नुकसान
Breakingnews19 hours ago47वीं ऑल इंडिया पब्लिक रिलेशन कॉन्फ्रेंस–2025 में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया प्रतिभाग
Dehradun3 hours agoछात्रों को संरचना विहीन संस्थान में रखना पड़ा भारी, सुभारती कॉलेज को 87.50 करोड़ का वसूली वारंट जारी





































