ऋषिकेश – ऋषिकेश भ्रमण के दौरान कमिश्नर के निर्देश के बाद पुलिस-प्रशासन ने तीर्थ यात्रियों के ठहरने के लिए स्थान चिह्नित किए हैं। देहरादून जिले में एक समय में विभिन्न जगहों पर 1750 यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था है। पुलिस का दावा है कि इन सब जगहों पर रहने, खाने और शौचालय आदि की पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं।
पुलिस ने पूरे जिले को ए, बी और सी प्लान और रूट में बांटा है। ये सभी स्थान विकासनगर से लेकर मसूरी और ऋषिकेश तक चिह्नित हैं। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आपातकाल के लिए कई रूटों को भी निर्धारित किया है।
यातायात व्यवस्था सुचारु रूप से चले, इसके लिए वहां पर अतिरिक्त फोर्स भी तैनात किया गया है। सभी जगहों पर पुलिस अधिकारी और कर्मचारी पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम से लोगों को जागरूक करते हुए उन्हें हिदायत भी दे रहे हैं। कानून व्यवस्था न लड़खड़ाए इसके लिए भी विशेष प्रबंध किए गए हैं।
जिले में यात्रियों के मुख्य प्रवेश
पहला-हरिद्वार-रायवाला-श्यामपुर-ऋषिकेश (यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ)
दूसरा-देहरादून-शिमला बाईपास-विकासनगर-यमुनोत्री
तीसरा-देहरादून से मसूरी
आपातकाल में यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था
ए- ऋषिकेश क्षेत्र में
ट्रांजिट कैंप ( क्षमता- 500)
भारत माता इंटर कॉलेज( क्षमता- 200)
बी-विकासनगर मार्ग पर ठहरने की व्यवस्था
डाकपत्थर – साधना आश्रम (डुमेट)- क्षमता 150
कटा पत्थर व डाक पत्थर में प्राइवेट होटल-लगभग 200
सद्भावना आश्रम डुमेट -100
बाड़वाला इंटर कॉलेज-150
हरबर्टपुर बस स्टैंड-100
हरबर्टपुर नया बस अड्डा-200
नया गांव चौकी के सामने-150