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उत्तराखंड में चुनाव का शंखनाद: आने वाले 5 साल, अभूतपूर्व काम के, और बड़े फैसलों के साल होंगे – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री ने रुद्रपुर से किया उत्तराखंड में चुनाव का शंखनाद।
उत्तराखंड की जनता की तपस्या का प्रतिफल, राज्य का विकास करके लौटना हैः प्रधानमंत्री
बीते 10 वर्ष में जितना विकास उत्तराखंड का हुआ है, उतना आजादी के बाद के 60 साल में नहीं हुआः प्रधानमंत्री।
नीयत सही, तो नतीजे सही : प्रधानमंत्री।
उत्तराखंड की जनता का हर वोट, विकास के संकल्प को और सशक्त करेगाः प्रधानमंत्री।
उत्तराखंड के नौजवानों का सपना ही मेरा संकल्प हैः प्रधानमंत्री।
आने वाले 5 साल, अभूतपूर्व काम के, और बड़े फैसलों के साल होंगेः प्रधानमंत्री।
एक तरफ ईमानदारी और पारदर्शिता और दूसरी तरफ भ्रष्टाचारियों का जमावड़ाः प्रधानमंत्री।
रुद्रपुर – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जनपद उधमसिंहनगर के रुद्रपुर में विजय शंखनाद रैली में प्रतिभाग कर उत्तराखंड में चुनावी शंखनाद किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को शंख भेंट कर उनका स्वागत किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मां नंदा देवी, गोल्ज्यू देवता, मां राज राजेश्वरी एवं उत्तराखंड की धरती को नमन करते हुए बड़ी संख्या में आशीर्वाद देने आए लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में ये उनकी पहली चुनावी सभा है। उन्होंने इसे प्रचार सभा नहीं विजय सभा बताया। उन्होंने उत्तराखंड की जनता की तपस्या का प्रतिफल, राज्य का विकास करके लौटाने का वादा किया। देवभूमि की जनता के आशीर्वाद को उन्होंने अपनी बड़ी पूंजी बताई। उन्होंने उधम सिंह नगर को मिनी इंडिया बताते हुए कहा कि जब भी वो उत्तराखंड की पवित्र धरती में आते हैं तो खुद को धन्य महसूस करते हैं।

प्रधानमंत्री ने देवभूमि उत्तराखंड को विकसित बनाने का वादा किया तथा कहा कि इसके लिए केंद्र की भाजपा सरकार कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा बीते 10 वर्ष में जितना विकास उत्तराखंड का हुआ है, उतना आजादी के बाद के 60 साल में नहीं हुआ। आज उत्तराखंड हर प्रकार की आधुनिक कनेक्टिविटी से जुड़ रहा है। उत्तराखंड में भाजपा ने गरीबों को 85 हजार पक्के घर बनाकर दिए हैं। 12 लाख घरों तक पानी का कनेक्शन पहुंचाया है। यहां भाजपा सरकार ने साढ़े पांच लाख से ज्यादा शौचालयों का निर्माण कराया है। यहां की 5 लाख से ज्यादा महिलाओं को उज्जवला का मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया है। राज्य में करीब 3 लाख लोगों को स्वामित्व योजना के तहत उनकी प्रॉपर्टी के कार्ड दिए गए हैं। भाजपा सरकार ने 35 लाख लोगों के बैंक खाते खुलवाए हैं, उन्हें बैंकों से जोड़ा है। उत्तराखंड के छोटे किसानों के बैंक खातों में 2200 करोड़ रुपए से ज्यादा सीधे भेजे हैं। उन्होंने कहा जब नीयत सही होती है, तो ऐसे ही काम होता है। इसलिए नीयत सही, तो नतीजे सही।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जनता जानती है कि मोदी ने भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाने की गारंटी दी है। जिसका मतलब है कि लोगों की कमाई बढ़ेगी, लोगों को नौकरी के अवसर बढ़ेंगे। इसका बहुत बड़ा लाभ उत्तराखंड को भी होगा। उन्होंने कहा मोदी की गारंटी यानि गारंटी पूरा होने की गारंटी। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने जनता से वादा किया था कि यहां एम्स का सैटेलाइट सेंटर बनेगा। जिसकी गारंटी पूरी होते दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा बाबा केदार के आशीर्वाद से उनके मुंह से निकला था कि ये दशक, उत्तराखंड का दशक होने वाला है। इसका प्रभाव भी धरातल में दिखाई देने लगा है। कमल निशान पर पड़ा उत्तराखंड की जनता का हर वोट, इसी संकल्प को और सशक्त करेगा। मोदी की गारंटी ने उत्तराखंड के घर-घर में सुविधा पहुंचाई है, लोगों का स्वाभिमान बढ़ाया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने तीसरे टर्म में आपका ये बेटा और बड़े काम करने जा रहा है। उनका लक्ष्य है कि जनता को 24 घंटे बिजली मिले, बिजली का बिल ज़ीरो हो और बिजली से कमाई भी हो। इसके लिए पीएम सूर्यघर- मुफ्त बिजली योजना शुरु की है। इसके तहत छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए सरकार मदद दे रही है। इससे 300 यूनिट तक फ्री बिजली मिलेगी। अगर बिजली बचती है, तो उसे सरकार खरीदेगी। उन्होंने कहा आपके इस सेवक ने बहनों के लिए नमो ड्रोन दीदी योजना भी बनाई है। इसके तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को लाखों रुपए का ड्रोन दिया जा रहा है। अब हमारी बहनें ड्रोन पायलट बनेंगी। इसका भी सीधा लाभ उत्तराखंड की मेरी बहनों-बेटियों को होगा। उन्होंने कहा मोदी मौज नहीं मेहनत करने के लिए पैदा हुआ है। उन्होंने कहा 10 साल में जो विकास हुआ, वो तो सिर्फ ट्रेलर है। अभी तो बहुत कुछ करना है। अभी तो हमें देश को बहुत आगे लेकर जाना है। अभी तो उत्तराखंड को बहुत आगे लेकर जाना है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका प्रयास है कि केदारखंड की तरह ही मानसखंड भी देश और दुनिया में और अधिक परिचित हो। पिछले वर्ष वो आदि कैलाश गए थे। तब पूरे देश ने इस क्षेत्र के अद्भुत सामर्थ्य को देखा था। उत्तराखंड में खेती, पर्यटन या इंडस्ट्री, हर क्षेत्र में अभूतपूर्व संभावनाएं बनने जा रही हैं। उन्होंने कहा उत्तराखंड के नौजवानों का सपना ही मेरा संकल्प है। उन्होंने कहा बीते वर्षों में उत्तराखंड से पलायन रुका है। वो दिन दूर नहीं जब रोज़गार के लिए शहर गए साथी वापस लौटेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके इन प्रयासों के बीच, कांग्रेस और इंडी-गठबंधन ने अपने इरादे दिखा दिए हैं। कांग्रेस के शाही परिवार के शहज़ादे ने ऐलान किया है कि अगर देश ने तीसरी बार बीजेपी सरकार चुनी तो, आग लग जाएगी। उन्होंने कहा 60 साल तक देश पर राज करने वाले, 10 साल सत्ता से बाहर रहने पर देश में आग लगाने की बात कर रहे हैं। इमरजेंसी की मानसिकता वाली कांग्रेस का भरोसा अब लोकतंत्र पर नहीं बचा है। उन्होंने कहा कांग्रेस, भारत को अस्थिरता की तरफ ले जाना चाहती है, अराजकता में झोंकना चाहती है। कांग्रेस ने देश के वीर सपूत, स्वर्गीय बिपिन रावत जी तक का अपमान किया था। ऐसी कांग्रेस से देशभक्ति की अपेक्षा नहीं की जा सकती।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस,तुष्टिकरण के दल-दल में ऐसा धंस गई है कि कभी देशहित का नहीं सोच सकती। यही कांग्रेस है जो घुसपैठियों को बढ़ावा देती है। लेकिन जब भाजपा सीएए के माध्यम से मां भारती में आस्था रखने वालों को भारत की नागरिकता देती है, तो कांग्रेस को सबसे ज्यादा तकलीफ होती है। उन्होंने कहा इस क्षेत्र के लोग भी जानते हैं कि पाकिस्तान और बांग्लादेश से जो शरणार्थी आए हैं, उनमें से अधिकतर दलित परिवार हैं, सिख परिवार हैं, बंगाली परिवार हैं। लेकिन कांग्रेस इन लोगों को नागरिकता देने का विरोध कर रही है। कांग्रेस कितना भी विरोध करे, इन लोगों के पास अब मोदी की गारंटी है। उन्होंने कहा हमारा उत्तराखंड वीर माताओं की भूमि है जो वीर संतानों को जन्म देती है। यहां के वीर सपूत मां भारती की हर एक इंच जमीन के लिए अपने जान की बाजी लगा देते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की धरती का संबंध गुरु नानक देव जी, गुरु गोविंद सिंह जी और उदासी संत गुरु रामराय जी से है। कांग्रेस ने देश का ऐसा बंटवारा किया कि गुरु नानक जी की जन्म स्थली भी हमसे छिन गई। बीजेपी सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर बनाकर, लोगों की जिंदगी आसान की है। कांग्रेस कमज़ोरी न दिखाती तो हमारी सीमाओं पर नज़र डालने की किसी की हिम्मत न होती। कांग्रेस ने कैसे अपने हाथों से मां भारती के टुकड़े किए, इसका एक और ताजा उदाहरण देश के सामने आया है। तमिलनाडु के पास एक कच्चाथीवू द्वीप है। वो द्वीप भारत का हिस्सा था लेकिन कांग्रेस ने उसको श्रीलंका को दे दिया। अब इस द्वीप के आसपास भी कोई भारतीय मछुवारा गलती से चला जाता है, तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाता है। उन्होंने कहा कांग्रेस ने देश के सीमावर्ती गांवों को भी देश का आखिरी गांव मानकर वहां विकास करना बंद कर दिया था। लेकिन भाजपा की सरकार ने सीमा किनारे बसे गांवों को देश का प्रथम गांव माना है, वहां तेज गति से विकास किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की सरकार रहती तो आज भी पूर्व सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन नहीं मिल पाती। लेकिन मोदी ने सैनिक परिवारों को गारंटी दी थी और इसे पूरा करके दिखाया आज देशभर के सैनिक परिवारों को ओ.आर.ओ.पी के एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा मिल चुके हैं। इसमें से उत्तराखंड के भी हजारों परिवारों को लाभ हो रहा है। उन्होंने कहा 2024 के इस चुनाव में अब स्पष्ट रूप से दो खेमें बन गए हैं। एक तरफ ईमानदारी और पारदर्शिता है, दूसरी तरफ भ्रष्टाचारियों का जमावड़ा है। ये भ्रष्टाचारी, मोदी को धमकी भी दे रहे हैं, गाली भी दे रहे हैं। मैं कहता हूं- भ्रष्टाचार हटाओ। वो कहते हैं- भ्रष्टाचारी बचाओ। लेकिन मोदी इनकी गालियों और धमकियों से डरने वाला नहीं है। हर भ्रष्ट पर कार्रवाई जारी रहेगी। और तीसरे टर्म की शुरुआत में अब 75 दिन से भी कम का समय रह गया है। तीसरे टर्म में भ्रष्टाचार पर और तेज प्रहार होगा। भ्रष्टाचार, हर गरीब का हक छीनता है, मध्यम वर्ग का हक छीनता है। और वो गरीब का हक, मध्यम वर्ग का हक, किसी को छीनने नहीं दूंगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले 5 साल, अभूतपूर्व काम के, और बड़े फैसलों के साल होंगे। लेकिन इसके लिए जनता ने मोदी को और मजबूत करना है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि उत्तराखंड की सारी सीटों पर भाजपा को ज्यादा से ज्यादा वोटों से विजय दिलानी है।नैनीताल-उधम सिंह नगर से अजय भट्ट जी, अल्मोड़ा से अजय टमटा जी, हरिद्वार से त्रिवेंद्र सिंह रावत जी, टिहरी गढ़वाल से श्रीमती माला राज लक्ष्मी जी और गढ़वाल से अनिल बलूनी जी को जिताना है। उन्होंने कहा सबने गांव में जाकर वहां के देवी-देवता के दरबार में मोदी की तरफ से माथा टेकना है। उन्होंने कहा लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमें अपना धर्म निभाना है, और अधिक से अधिक मतदान करना है।
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पूर्व सीएम हरीश रावत ने बीजेपी को बताया ‘रावण का वंशज’, हरदा के बयान से उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल

Uttarakhand : उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री Harish Rawat ने बीजेपी के लोगों को ‘रावण का वंशज’ बताया है। उनके इस बयान के बाद से उत्तराखंड में सियासी भूचाल आ गया है। भारतीय जनता पार्टी औ कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
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पूर्व सीएम Harish Rawat ने बीजेपी को बताया ‘रावण का वंशज’
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने मसूरी में भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए बीजेपी के लोगों को ‘रावण का वंशज’ बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में प्रशासनिक फैसले अधिकारियों के विवेक से नहीं, बल्कि भाजपा के इशारे पर लिए जा रहे हैं। रावत ने भाजपा को पूंजीपतियों की पार्टी बताते हुए कहा कि उसने गरीबों, बेरोजगारों और आम जनता के हितों की अनदेखी की है।
BJP पर अहंकार और अलंकार की राजनीति करने का आरोप
हरदा ने भाजपा नेताओं को “रावण के भी रावण” बताते हुए उन पर अहंकार और अलंकार की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि जैसे आज युवा बेरोजगार है, वैसे ही भविष्य में जनता भाजपा को भी “बेरोजगार” बना देगी। उत्तराखंड को खोखला करने का आरोप लगाते हुए रावत ने कहा कि राज्य की जमीन, संसाधन और पर्यटन स्थल चहेतों और बाहरी लोगों को सौंपे जा रहे हैं, जिससे राज्य की आत्मा कमजोर की जा रही है।
योजना का नाम बदलकर उसकी आत्मा खत्म कर रही भाजपा
मनरेगा को लेकर भी पूर्व सीएम Harish Rawat ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा योजना का नाम बदलकर उसकी आत्मा खत्म कर रही है। उन्होंने मनरेगा को गरीबों के लिए “कानूनी क्रांति” बताया और कहा कि यह ग्राम विकास और सीधे रोजगार का मजबूत माध्यम था।
Harish Rawat ने ऐलान किया कि महात्मा गांधी के नाम को हटाने के प्रयासों के खिलाफ कांग्रेस देशव्यापी जन-जागरण अभियान चलाएगी और सत्ता में आने पर गांधीजी के नाम पर कई जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की जाएंगी। राम और गांधी को अलग न किए जाने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी भगवान राम के सच्चे भक्त थे और भाजपा राम को पूंजीपतियों का प्रतीक बनाने की कोशिश कर रही है, जिसे कांग्रेस स्वीकार नहीं करेगी।
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मनरेगा का नाम बदलने को लेकर कांग्रेस में आक्रोश, गणेश गोदियाल ने कह बड़ी बात

MNREGA का नाम बदले जाने को लेकर देशभर में कांग्रेस का विरोध देखने को मिल रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) का नाम बदले जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा सरकार जोर-जोर से ढोल पीट कर इस बात का प्रचार कर रही है कि भाजपा सरकार ने मनरेगा योजना का नाम बदल दिया है।
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MNREGA का नाम बदलने को लेकर कांग्रेस में आक्रोश
गणेश गोदियाल ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट के इस बयान का कि कांग्रेस पार्टी इस नाम का विरोध कर रही है। उन्होंने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि भाजपा केवल नाम बदलने का खेल, खेल रही है और गरीबों के लिए बनाई गई रोजगार गारंटी की योजना को भी धार्मिक चोला पहनाने का काम कर रही है।
मनरेगा जैसी दूसरी योजना लाती तो होता अच्छा – गोदियाल
गोदियाल ने कहा कि अच्छा होता अगर केंद्र की भाजपा सरकार नाम बदलने के स्थान पर गरीबों के लिए MNREGA जैसी दूसरी योजना लाती तो हम उसका स्वागत करते परन्तु भाजपा केवल पुरानी योजनाओं का नाम बदल कर अपने दायित्वों की इतिश्री कर रही है।
अपनी सरकार की 12 साल की उपलब्धियों के नाम पर उनके पास जनता को बताने के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को ऐतराज किसी नाम पर नहीं है परन्तु भाजपा सरकार जिस प्रकार केवल नाम बदलने का खतरनाक खेल खेल रही है उस पर कांग्रेस पार्टी को ऐतराज है।
MNREGA का नाम बदलना एक सोची-समझी साजिश
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मनरेगा योजना देश के करोड़ों लोगों के रोजगार का कानूनी अधिकार है और भाजपा सरकार का यह निर्णय रोजगार के अधिकार कानून को कमजोर करने और भारत के सबसे जाने-माने कल्याणकारी कानून से महात्मा गांधी का नाम और उनके मूल्यों को मिटाने की एक सोची-समझी राजनीतिक साजिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि जिस योजना को भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट कांग्रेस पार्टी की विफलताओं का स्मारक बता रहे हैं, उनकी केन्द्र सरकार उसी योजना का नाम बदल कर जी राम जी रख कर योजना का श्रेय भी लेना चाहती है। उन्होंने यह भी कहा कि राजनीतिक जीवन में सुचित आवश्यक है परन्तु राज्य के लिए यह शर्म की बात है कि जो योजना तत्कालीन प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने गरीबों के लिए बनाई थी, उसी मनरेगा योजना का पैसा भाजपा के एक विधायक ने सालों तक डकारा है ये राज्य में भ्रष्टाचार की एक बानगी है। इस पर भाजपा अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट को पार्टी की ओर से स्पष्टीकरण देना चाहिए।
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देहरादून के दो भाजपा विधायकों में रार, पुल निर्माण को लेकर आमने-सामने आए काऊ और चमोली

DEHRADUN NEWS : देहरादून के दो भाजपा विधायकों में आपस में ठनती नजर आ रही हैं। रायपुर से विधायक उमेश काऊ और धर्मपुर से विधायक विनोद चमोली एक पुल के निर्माण पर आमने सामने हैं।
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देहरादून के दो भाजपा विधायकों में रार
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव अभी दूर है लेकिन विधायकों में अस्तित्व की लड़ाई को लेकर अभी से रस्साकशी शुरू हो गई है। खबर राजधानी देहरादून (DEHRADUN NEWS) से है जहां दो विधायकों में तनातनी देखने को मिल रही है। हैरानी की बात ये है कि विधायकों की लड़ाई सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच में नहीं बल्कि सत्ता पक्ष यानी भारतीय जनता पार्टी के ही दो विधायकों के बीच में देखने को मिल रही है।
पुल निर्माण को लेकर आमने-सामने आए काऊ और चमोली
राजधानी देहरादून की दो पड़ोसी विधानसभा में रायपुर और धर्मपुर विधानसभा को जोड़ने वाले हरे पुल को लेकर दोनों विधायकों के बीच में ये तनातनी देखने को मिल रही है। दरअसल धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने अपनी विधानसभा धरमपुर के अंतर्गत आने वाले दीप नगर मोहल्ले से केदारपुरम मोहल्ला जो की रायपुर विधानसभा में पड़ता है उसे जोड़ने के लिए पुराने जीर्णशीर्ण हो चुके हरे पुल के निर्माण को लेकर प्रस्ताव पास किया। दीपनगर मोहल्ले से केदारपुरम स्टेट हाईवे से जुड़ने वाले इस पुल का निर्माणकार्य रायपुर विधायक उमेश काऊ ने मौके पर जाकर रोक दिया इसके बाद ये मामला भड़क गया।

रायपुर विधायक के काम रूकवाने से हर कोई हैरान
स्थानीय पार्षद दिनेश प्रसाद सती का कहना है कि विधायक उमेश द्वारा रूकवाये गए पुल निर्माण के कदम को देखकर वो भी हैरान है और जिस तरह से रायपुर विधायक उमेश काऊ को विकास कार्यों के लिए जाना जाता है यहां बिल्कुल उसके विपरीत है। उन्होंने बताया कि धर्मपुर और रायपुर विधानसभा को जोड़ने के लिए ये ऐतिहासिक कार्य होने जा रहा था और लंबे समय से स्थानीय जनता की मांग इस हरे पुल को लेकर चली आ रही थी और पिछले तीन से चार महीना से दीपनगर से केदारपुरम को जोड़ने वाले इस हरे पुल के निर्माण का कार्य चल रहा था लेकिन कल जिस तरह से अचानक विधायक के द्वारा मौके पर आकर अपना उग्र रूप दिखाया गया और निर्माण कार्य रोका गया ये देख कर वो भी हैरान है।
पार्षद सती ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता है कि बिना विधायक के संज्ञान के ये निर्माण कार्य हो रहा हो लेकिन कल अचानक से उनके द्वारा निर्माण कार्य रुकवाया गया। जबकि उन्हें इस निर्माण की पूरी जानकारी पहले ही दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इस पुल की जरूरत इस इलाके में बहुत ज्यादा है और जिस तरह से लगातार भीड़ और ट्रैफिक बढ़ रही है यह पुल निश्चित तौर से लोगों के लिए राहत देने वाला है।

रायपुर विधायक हैं इस निर्माण कार्य के खिलाफ – विनोद चमोली
धर्मपुर विधायक विनोद चमोली का इस मामले पर कहना है कि उन्हें नहीं लगता है कि पड़ोसी विधानसभा रायपुर के विधायक उमेश काऊ इस पुल निर्माण के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर से विधायक के कुछ संदेह रहे होंगे जिस पर उन्हें जानकारी नहीं होगी यही वजह है कि उनके द्वारा अपनी कोई बात रखी गई है और निश्चित तौर से उनकी जो बात है या फिर उनका जो संदेह है उसका समाधान कर दिया जाएगा वो हमारे अपने विधायक हैं। उन्होंने कहा कि विधायक उमेश को क्या संदेह है ये वही स्पष्ट तौर पर बता सकते हैं
विकास के लिए नहीं होने देंगे विनाश – उमेश शर्मा काऊ
दीपनगर हरे पुल का काम रुकवाने वाले रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ से जब हमारी टीम ने बात करने की कोशिश की तो उन्होंने इस पर बोलने से इंकार कर दिया। जबकि फोन पर उन्होंने कहा कि वो विकास के लिए विनाश नहीं होने देंगे। उनका कहना है कि ये पुल 2013-14 में रायपुर विधानसभा के लिए स्वीकृत हुआ था और उसमें इसका बजट एक करोड़ 90 लाख था लेकिन आज इस पुल का निर्माण 3.5 तीन करोड रुपए खर्च करके किया जा रहा है।

12 फुट का रास्ते में इतना बड़ा पुल बनाने की क्या जरूरत ?
रायपुर विधायक का कहना है कि दीपनगर से इसे केदारपुरम उनकी विधानसभा से जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है तो क्या उन्हें नहीं पूछा जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी जेब से 10 लख रुपए खर्च करके पहले का पुल बनवाया था और निर्माण एजेंसी द्वारा उस लोहे को पुल को उठा ले गए बिना उनकी संस्तुति के।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि निर्माण एजेंसी द्वारा सारा गंदा पानी मंदिर में छोड़ा गया है, उन्होंने कहा कि PWD द्वारा बनाए गए पुश्तों की वजह से बहुत नुकसान हो गया हैं। इसके अलावा पुल से आगे 12 फुट का रास्ता है और इतना बड़ा पुल बनाने की क्या जरूरत है। देहरादून के दो विधायकों की इस खबर (DEHRADUN NEWS) से राजनितिक गलियारों में चर्चाओं के बाजार गर्म हैं।
3.50 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है पुल
पुल को बना रही कार्यदाई एजेंसी देहरादून निर्माण खंड के अधिशासी अभियंता नीरज त्रिपाठी ने बताया कि दीपनगर से धर्मपुर विधानसभा से केदारपुरम रायपुर विधानसभा को जोड़ने वाले ये एक डेढ़ लेन का हरा मोटर पुल का निर्माण किया जा रहा हैं। जिसकी लागत 355.64 लाख यानी करीबन 3.50 करोड़ है। इसके अलावा उन्होंने पूर्व में यहां पर बने लोहे के हरे रंग के पुल के बारे में कुछ भी जानकारी न होने की बात कही।
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