Champawat
भर्ती रैली में आए युवाओं ने टनकपुर में वाहनों पर कब्जा कर किया राष्ट्रीय राजमार्ग जाम, पुलिस बेबस !

टनकपुर/चंपावत: पिथौरागढ़ में सेना की प्रादेशिक भर्ती में शामिल होने के लिए उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों से हजारों की संख्या में युवा टनकपुर पहुंचे हैं। भर्ती के लिए आने वाले इन युवाओं ने वाहनों की कमी के चलते एनएच पर अराजकता का माहौल बना दिया है। कई युवाओं ने जबरन वाहनों पर कब्जा कर लिया है, जबकि कुछ ने सड़क में पत्थर डालकर वाहनों को रोक दिया है, जिससे वाहन चालक और यात्री दहशत में हैं।
युवाओं का गुस्सा इस हद तक बढ़ गया है कि उन्होंने ककराली गेट से लेकर सुखीडाग तक सड़क पर अराजकता फैला दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि भर्ती में आए इन युवाओं ने रोडवेज बसों और अन्य वाहनों को जबरन रोका और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने सड़क पर हो रही अराजकता को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया, जिसमें कुछ युवा चोटिल भी हो गए।
वाहनों की कमी और सुरक्षा की चिंता
लोगों का कहना है कि पुलिस प्रशासन की ओर से एनएच में चलने वाले वाहनों और यात्रियों की सुरक्षा के लिए कोई विशेष उपाय नहीं किए गए हैं, जिससे वाहन चालकों और यात्रियों में डर का माहौल बन गया है। इस अराजकता के कारण पूरे टनकपुर में भय का वातावरण है।
वहीं, रोडवेज के टनकपुर डिपो के सहायक महाप्रबंधक नरेंद्र गौतम ने बताया कि युवाओं के लिए पिथौरागढ़ तक बसों का संचालन लगातार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आज भी पिथौरागढ़ के लिए बसों को भेजा गया है, लेकिन यदि युवाओं का यही अराजक रवैया रहा, तो परिवहन निगम बसों का संचालन बंद कर सकता है।
पुलिस प्रशासन की चुनौती
इस घटनाक्रम के बीच पुलिस प्रशासन अराजकता को नियंत्रित करने में पूरी तरह से बेबस नजर आ रहा है। पूरे टनकपुर में हजारों की संख्या में युवा सड़कों पर कब्जा किए हुए हैं और पिथौरागढ़ जाने के लिए वाहनों की मांग कर रहे हैं।
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देर रात अस्पताल से हाईवे तक डीएम का दौरा, लापरवाह अफसरों को दी चेतावनी

चंपावत: जिलाधिकारी मनीष कुमार इन दिनों सीमांत जनपद चंपावत में अपनी सक्रिय कार्यशैली को लेकर सुर्खियों में हैं। कभी वे दूरस्थ गांवों तक पैदल पहुंचकर लोगों की समस्याएं सुनते हैं…तो कभी शिकायतों का समाधान न करने वाले अधिकारियों को बैठक से बाहर का रास्ता दिखाते हुए भी देखे गए हैं।
अब उन्होंने बीती रात अचानक जिला अस्पताल और टनकपुर-चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग के स्वाला डेंजर जोन का निरीक्षण कर विभागीय अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है।
अस्पताल का औचक निरीक्षण
रात के समय जिला अस्पताल पहुंचे डीएम ने आपातकालीन कक्ष, जनरल वार्ड, महिला वार्ड, नर्सिंग स्टाफ रूम और परिसर की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने मरीजों और स्टाफ से सीधे बातचीत कर इलाज और सुविधाओं की जानकारी ली।
उन्होंने निर्देश दिए कि नाइट ड्यूटी में कोई भी डॉक्टर या स्टाफ अनुपस्थित न रहे। आपात स्थिति में तुरंत इलाज सुनिश्चित किया जाए। अस्पताल में स्वच्छता और अनुशासन बनाए रखा जाए। मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों के लिए रात में ठहरने की उचित व्यवस्था की जाए।
एंबुलेंस और सड़क मार्ग को लेकर निर्देश
निरीक्षण के दौरान अस्पताल में एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस की जरूरत पर चर्चा हुई, जिस पर डीएम ने आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिया। साथ ही अस्पताल तक आने वाले रास्ते की मरम्मत के निर्देश भी दिए…ताकि मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
स्वाला डेंजर ज़ोन का रात्रि निरीक्षण
डीएम ने इसके बाद टनकपुर-चंपावत हाईवे पर स्थित स्वाला डेंजर ज़ोन का निरीक्षण किया, जो लंबे समय से यात्रियों के लिए खतरे का कारण बना हुआ है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़क चौड़ीकरण का कार्य गुणवत्ता के साथ और समयबद्ध पूरा किया जाए। जल निकासी की व्यवस्था सुधारी जाए। यातायात को सुचारु रखने के लिए वैकल्पिक मार्ग की भी व्यवस्था हो।
लापरवाही पर सख्त रुख
निरीक्षण के दौरान डीएम मनीष कुमार ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा।
उनकी इस सक्रियता के बाद विभागीय अधिकारियों में हलचल मच गई है…और वे अब अपनी कार्यशैली में सुधार लाने की तैयारी में जुट गए हैं।
Accident
चंपावत में सड़क हादसा, मैक्स वाहन दुर्घटनाग्रस्त; एक यात्री को गंभीर हालत में किया गया एयरलिफ्ट

चंपावत: पाटी विकास खंड के लफड़ा रोड पर एक मैक्स वाहन के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से बड़ा हादसा हो गया। हादसे में चार यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए हैं…जिनमें से एक की हालत नाजुक होने पर उसे एयरलिफ्ट कर हल्द्वानी भेजा गया है। वाहन में कुल 11 लोग सवार थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सात अन्य यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं। घायलों को पाटी और लोहाघाट के अस्पतालों में प्राथमिक उपचार के लिए लाया जा रहा है।
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है। आपदा परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक राहत और बचाव कार्य जारी है…लेकिन अभी तक दुर्घटना के कारणों की विस्तृत जानकारी सामने नहीं मिल पाई है।
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निर्माणाधीन हॉस्टल में दर्दनाक हादसा: सेप्टिक टैंक की गैस से इंजीनियर और कारपेंटर की मौत

टनकपुर (चंपावत): डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माणाधीन गर्ल्स हॉस्टल में रविवार को दर्दनाक हादसा हो गया। सेप्टिक टैंक की शटरिंग खोलने के बाद उसमें उतरे साइट इंजीनियर और कारपेंटर की जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत हो गई। दोनों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हादसा दोपहर करीब 3:30 बजे हुआ। रामपुर की अग्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के अंतर्गत कार्य कर रहे इंजीनियर शिवराज चौहान (28) और कारपेंटर हसन (24) सेप्टिक टैंक में उतरे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पहले एक चैंबर की शटरिंग खोली गई, जिसके बाद दोनों कर्मचारी दूसरे चैंबर में नीचे उतरे। कुछ ही देर में दोनों बेहोश होकर गिर पड़े।
मौके पर मौजूद कर्मियों ने जब काफी देर तक दोनों को बाहर न आते देखा तो शोर मचाया और तत्काल पुलिस व राहत टीमों को सूचना दी। कोतवाल चेतन रावत के नेतृत्व में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड और पुलिस टीम मौके पर पहुंचीं। टैंक से दोनों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉ. मानवेंद्र शुक्ला ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पाँच माह से बंद था टैंक, गैस बनने की आशंका
साथी मजदूरों ने बताया कि यह सेप्टिक टैंक करीब पाँच माह पहले बना दिया गया था, लेकिन बारिश के कारण इसके तीनों चैंबर खोले नहीं जा सके थे। टैंक में करीब एक फुट पानी भरा हुआ था। लंबे समय तक बंद रहने की वजह से भीतर जहरीली गैस बनने की संभावना जताई जा रही है।
मृतकों के घरों में पसरा मातम
इस दर्दनाक हादसे की सूचना मिलते ही दोनों के घरों में कोहराम मच गया। इंजीनियर शिवराज चौहान मूल रूप से ग्राम चगेटी (भनोली तहसील) के रहने वाले थे और वर्तमान में घसियारामंडी में रह रहे थे। उनके परिजन पवन चौहान ने बताया कि शिवराज अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उनकी तीन बहनें हैं, जिनकी शादी हो चुकी है।
वहीं, हसन उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के नौगवां बीसलपुर का रहने वाला था। वह भी अविवाहित था और तीन भाइयों में सबसे छोटा था। परिजन सलमान ने बताया कि परिवार उसकी शादी की तैयारी में लगा था।
पुलिस ने की जांच शुरू
सीओ वंदना वर्मा ने बताया कि प्राथमिक जांच में सेप्टिक टैंक में बनी जहरीली गैस को हादसे का कारण माना जा रहा है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और परिजनों को सूचना दे दी गई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
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