Tehri Garhwal
उत्तराखंड में मानवता शर्मसार, मां, भाई और भाभी ने मिलकर किया ऐसा हाल, जान बचाने के लिए काटने पड़े हाथ

Tehri News : उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां रिश्तों में ऐसी दरार पड़ी की भाई ही भाई की जान का दुश्मन बन गया। परिवारिक विवाद में मां, भाई और भाभी ने मिलकर युवक के साथ ऐसी क्रूरता की जिसे देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए।
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मां, भाई और भाभी ने मिलकर युवक के साथ की क्रूरता
एक ओर जहां मां, भाई और भाभी के रिश्तों को समाज में सबसे पवित्र माना जाता है, वहीं दूसरी ओर Tehri Garhwal जिले से सामने आई ये घटना इन रिश्तों को शर्मसार करने वाली है। बालगंगा तहसील की बासर पट्टी स्थित लस्यालगांव में एक भाई ने अपनी मां और पत्नी के साथ मिलकर अपने ही छोटे भाई की हत्या का प्रयास किया। तीनों ने मिलकर युवक के साथ ऐसी क्रूरता करी कि पीड़ित युवक को अपने दोनों हाथ गंवाने पड़े।
युवक की जान बचाने के लिए काटने पड़े हाथ
मिली जानकारी के मुताबिक Tehri Garhwal के लस्यालगांव निवासी अंग्रेज सिंह पुत्र स्व. गजे सिंह का अपने परिवार के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। विवाद के बाद अंग्रेज सिंह की मां जेठी देवी और भाभी ने मुंबई के एक होटल में काम कर रहे बड़े बेटे व अंग्रेज सिंह के बड़े भाई पूरब सिंह को गांव बुलाया।
शुक्रवार देर रात पूरब सिंह के गांव पहुंचने के बाद तीनों ने मिलकर अंग्रेज सिंह पर चाकू और अन्य धारदार हथियारों से हमला कर दिया। युवक के हाथों पर इतनी बुरी तरह से हमला किया गया था कि उसकी जान बचाने के लिए डॉक्टरों को उसके हाथ तक काटने पड़े।

पुलिस ने मां, भाभी और भाई के खिलाफ मुकदमा किया दर्ज
बताया जा रहा है कि कई घंटे तक युवक दर्द से तड़पता रहा जिसके बाद उसी का भाई पूरब सिंह 108 एंबुलेंस के से उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलेश्वर ले गया। बेलेश्वर अस्पताल में डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे श्रीनगर बेस अस्पताल रेफर कर दिया। वहां डॉक्टरों ने स्थिति को अत्यंत नाजुक बताते हुए आनन-फानन में उसके दोनों हाथ काट दिए। अगले दिन उपचार के बाद उसे घर भेज दिया गया।
घटना के बाद सोमवार को अंग्रेज सिंह किसी तरह गांव पहुंचा और मंगलवार को चमियाला पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज कराई। वहां से उसे तहसील घनसाली भेजा गया और तत्पश्चात एफआईआर दर्ज कराने के लिए थाना घनसाली पहुंचाया गया। थाना घनसाली में अंग्रेज सिंह की तहरीर के आधार पर उसके भाई पूरब सिंह और भाभी अंजली देवी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
Tehri Garhwal
राजकीय ITI Tehri में प्रवेश हुए शुरू, मेरिट के आधार पर मिलेगा एडमिशन, यहां जानें लास्ट डेट

राजकीय ITI Tehri में प्रवेश शुरू हो गए हैं। अभ्यर्थियों का प्रवेश मेरिट के आधार पर होगा जिसके लिए आवेदन की प्रक्रिया 25 नवंबर से शुरू हो गई है। प्रवेश के लिए अभ्यर्थियों को आवेदन-पत्र भरकर जमा करना होगा।
राजकीय ITI Tehri में प्रवेश हुए शुरू
आईटीआई टिहरी में सत्र 2025-2026 के लिए प्रवेश शुरू हो गए हैं। प्रधानाचार्य राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान नई टिहरी ने बताया कि निदेशक व्यावसायिक परीक्षा परिषद् उत्तराखण्ड देहरादून के पत्र दिनांक-18 नवम्बर 2025 के अनुपालन में जनपद टिहरी गढ़वाल के अधीनस्थ राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, झिनझिनीसैण, नकोट, लम्बगांव और थौलधार में राज्य स्तरीय (एससीवीटी) इंजीनियरिंग व्यवसायों में प्रवेश सत्र 2025-26 के लिये इलैक्ट्रीशियन, फिटर धारक अभ्यार्थियों से शैक्षिक अर्हता की मैरिट के आधार पर प्रवेश किये जाने के लिये आवेदन पत्र भरे जाएंगे।
9 दिसंबर है आवेदन की अंतिम तारीख
प्रधानाचार्य राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान नई टिहरी बताया कि एससीवीटी आवेदन-पत्र भरने की शुरूआत 25 नवंबर 2025 से हो गई है। जो कि 9 दिसंबर तक चलेगी। यानी कि आवेदन की अंतिम तिथि 9 दिसंबर है। प्रवेश के इच्छुक प्रशिक्षार्थी राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों मे जाकर प्रवेश आवेदन-पत्र फार्म को भरकर संस्थान में जमा कर सकते हैं।
Dehradun
SDSUV में अव्यवस्थाओं से छात्रों में आक्रोश , दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

टिहरी गढ़वाल : श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय बादशाहीथौल, टिहरी गढ़वाल से सम्बंधित कई महाविद्यालयों में शैक्षणिक अव्यवस्थाएं फिर चर्चाओं में हैं। गोपेश्वर महाविद्यालय में SDSUV के कुलसचिव दिनेश चंद्रा के पहुंचने पर छात्रों ने घेराव कर अव्यवस्थाओं को लेकर आक्रोश जताया।
गोपेश्वर में कुलसचिव को छात्रों ने घेरा, जमकर विरोध प्रदर्शन
श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध कई महाविद्यालयों में शैक्षणिक अव्यवस्था को लेकर असंतोष नजर आ रहा है। सोमवार को गोपेश्वर महाविद्यालय में विश्वविद्यालय के कुलसचिव दिनेश चंद्रा के पहुंचने पर छात्र नेताओं ने जोरदार हंगामा किया। छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा कि परीक्षा मूल्यांकन प्रक्रिया पूरी तरह विफल साबित हो रही है और विश्वविद्यालय लगातार लापरवाही कर रहा है।
परीक्षा मूल्यांकन में त्रुटियाँ, कई छात्र गलत तरीके से फेल
छात्रों का कहना है कि मूल्यांकन में गंभीर त्रुटियों के कारण कई मेधावी छात्रों को भी फेल दिखाया जा रहा है। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता रायपुर देहरादून, शहीद दुर्गामल्ल महाविद्यालय डोईवाला, और से.पी.जी. कॉलेज ऋषिकेश सहित कई संस्थानों से लगातार शिकायतें मिल रही हैं।
डिग्री न मिलने से छात्र निराश
कॉमर्स विभाग से 2023 में पास आउट छात्र नेता आदर्श राठौर ने बताया कि जुलाई 2024 में डिग्री के लिए आवेदन करने के बावजूद उन्हें आज तक डिग्री उपलब्ध नहीं हो सकी है।
राठौर के अनुसार जून में उनकी डिग्री प्रिंट होकर आई थी, लेकिन उसमें नाम एवं पिता के नाम में गलतियाँ थीं। सुधार के लिए भेजने के बाद भी त्रुटियाँ बार-बार दोहराई गईं, जिससे उन्हें मानसिक और शैक्षणिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।
छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा SDSUV
छात्रसंघ पदाधिकारियों ने कुलपति और परीक्षा नियंत्रक को कई बार ज्ञापन देकर बताया कि परिणामों में गड़बड़ी और डिग्री देने की धीमी गति से छात्रों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इससे छात्रों के करियर पर भी बुरा असर दिख रहा है। कई बार छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं में इसलिए भी शिरकत नहीं कर पाते कि विश्वविद्यालय समय पर रिजल्ट और डिग्री जारी नहीं करता है। छात्रों ने जल्द समाधान न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
Tehri Garhwal
25 साल बाद भी विकास की राह देख रहा ये गांव, डंडी-कंडी के सहारे चल रही स्वास्थ्य व्यवस्था

टिहरी गढ़वाल : उत्तराखंड राज्य स्थापना के 25 वर्षों बाद जहाँ एक ओर पूरे प्रदेश भर में रजत जयंती समारोह धूम धाम से मनाया गया, वहीँ दूसरी ओर टिहरी जनपद से एक निराशाजनक खबर सामने आ रही है। घनसाली विधानसभा के अंतर्गत भिलंगना ब्लॉक के दूरस्थ क्षेत्र नैलचामी के धारगांव में बुधवार को एक बीमार बुजुर्ग को डंडी कंडी के सहारे कई किलोमीटर दूर अस्पताल ले जाना पड़ा।
डंडी कंडी के सहारे चल रही पहाड़ में स्वास्थ्य व्यवस्था
टिहरी जिले के घनसाली विधानसभा के अंतर्गत भिलंगना ब्लॉक के दूरस्थ क्षेत्र धारगांव में लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं की राह देख रहे हैं। क्षेत्र में रोड़ कनेक्टिविटी न होने के कारण ग्रामीणों को लगातार मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। बुधवार को धारगांव नैलचामी में एक बुजुर्ग प्रेम सिंह पंवार की तबीयत अचानक ख़राब हो गई। सड़क कनेक्टिविटी न होने के कारण ग्रामीणों को मज़बूरी में उन्हें डंडी कंडी के सहारे कई किलोमीटर दूर सड़क तक ले जाना पड़ा। जिसके बाद ही उन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेजा जा सका।
25 साल बाद भी लोग देख रहे मूलभूत सुविधाओं की राह
ग्रामीणों के अनुसार गाँव में अभी तक मात्र पांच प्रतिशत पलायन हुआ है बाकी 95 फीसदी लोग आज भी अपने गाँव में ही हैं। लेकिन फिर भी गांव मूलभूत सुविधाओं के धुंधले सपने देख रहा है। ये पहला मौका नहीं है जब किसी किसी मरीज या गर्भवती महिला को इस तरह ले जाना पड़ा हो। अक्सर किसी भी मेडिकल इमरजेंसी के दौरान गांव के लोग इसी तरह से लोगों को इलाज के लिए पहुंचाते हैं।
ग्रामीणों ने की जल्द ही सड़क निर्माण की मांग
ग्रामीणों ने कहा जहाँ एक ओर देश ओर प्रदेश भर में विकास की बातें दोहराई जा रही हैं वहीँ नैलचामी का धारगांव आज भी मूलभूत सुविधाओं की राह देख रहा है। उन्होंने प्रशासन और सरकार से जल्द ही मोटर मार्ग निर्माण के संबंध में कार्य करने की मांग की है ताकि उन्हें बार-बार इस तरह की मुश्किलों का सामना न करना पड़े।
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