Uttarakhand
उत्तराखंड: नए साल में यमुनोत्री हाईवे में होगा सुधार, चारधाम यात्रा के लिए तैयार होगा सुरक्षित मार्ग !

उत्तरकाशी: नए साल में यमुनोत्री हाईवे के मरोड़ से लेकर रिखांऊ खड्ड तक और पालीगाड से जानकीचट्टी तक चौड़ीकरण कार्य शुरू हो जाएगा। मरोड़ से रिखांऊ खड्ड तक का टेंडर प्रक्रिया अंतिम चरण में है, जबकि पालीगाड से जानकीचट्टी तक के लिए टेंडर प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है।
यमुनोत्री धाम दो हाईवे से जुड़ा है, जिसमें से एक हरबर्टपुर बड़कोट संख्या 123 है, जिसे चारधाम सड़क परियोजना में शामिल नहीं किया गया था। लंबे समय से इसकी चौड़ीकरण की मांग की जा रही थी, जिसे अब केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने स्वीकार कर लिया है और इसे चारधाम सड़क परियोजना के तहत चौड़ा करने का निर्णय लिया गया है।
मरोड़ से रिखांऊ खड्ड तक की टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद अनुबंध प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इस हिस्से के साथ-साथ मुराडी तक के 26 किलोमीटर हिस्से में भी टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है। पालीगाड से जानकीचट्टी के 24 किलोमीटर हिस्से पर भी काम जल्द शुरू होगा।
राजमार्ग निर्माण खंड बड़कोट के ईई, मनोज रावत ने बताया कि कुछ हिस्सों में काम पहले ही शुरू हो चुका है और बाकी हिस्सों में अनुबंध प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी। इस काम के पूरा होने से चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए आवाजाही सुगम और सुरक्षित हो जाएगी।
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वरिष्ठ पत्रकार पंकज मिश्रा की संदिग्ध मौत, हादसा या षडयंत्र ?, दो दिन पहले ही सिस्टम पर उठाए थे सवाल…

Dehradun journalist Pankaj Mishra : राजधानी देहरादून से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। सोमवार रात राजपुर थानाक्षेत्र की दून विहार कॉलोनी में देहरादून के वरिष्ठ पत्रकार 52 वर्षीय पंकज मिश्रा (Dehradun journalist Pankaj Mishra) संदिग्ध परिस्थितयों में मौत हो गई। इस मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं क्योंकि पंकज मिश्रा के भाई ने दो लोगों पर उनकी हत्या के आरोप लगाए हैं।
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Dehradun journalist Pankaj Mishra की संदिग्ध मौत
देहरादून के वरिष्ठ पत्रकार पंकज मिश्रा की संदिग्ध मौत ने पत्रकार जगत में हलचल मचा दी है। मिली जानकारी मुताबिक सोमवार रात को Pankaj Mishra (52) की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। वरिष्ठ पत्रकार की मौत के बाद ये सामने आया है कि सोमवार रात उन्होंने दो लोगों के साथ बैठकर शराब पी थी। शराब पीने के दौरान ही उनके बीच विवाद हो गया। देखते ही देखते ये विवाद इतना बढ़ा की बात हाथापाई तक पहुंच गई। यहां तक की मामले को शांत कराने के लिए पुलिस को तक पुलाना पड़ा था।

Pankaj Mishra की संदिग्ध मौत हादसा या षडयंत्र ?
पुलिस का कहना है कि इस दौरान पंकज मिश्रा नशे में धुत थे। जिस वजह से उन्होंने शिकायत करने से मना कर दिया और वो वापस लौट गई थी। इसी के कुछ ही घंटों बाद यानी मंगलवार सुबह उन्हें पकंज मिश्रा के बेसुध होने की खबर मिली। जिसके बाद वो फिर मौके पर पहुंचे। जिसके बाद डॉक्टरों ने पकंज मिश्रा को मृत घोषित कर दिया।
पंकज मिश्रा के भाई ने लगाए हत्या के आरोप
Pankaj Mishra की मौत को लेकर चर्चाओं के बाजार तब गर्म हो गए जब उनके भाई ने उनकी हत्या होने के आरोप लगाए हैं। उनके भाई ने पुलिस को लिखित तहरीर दी है कि अमित सहगल के खिलाफ हत्या, लूट सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। अरविंद के मुताबिक अमित सहगल वही व्यक्ति है, जिसके साथ शराब पीने के बाद पंकज का विवाद हुआ था।
तहरीर में आरोप लगाया गया है कि अमित सहगल एक अन्य व्यक्ति के साथ जाखन स्थित पंकज के घर पहुंचा और वहां पंकज के साथ बेरहमी से मारपीट की। अरविंद ने बताया कि झगड़े के दौरान भाभी ने मोबाइल फोन से वीडियो बनाना शुरू किया, जिससे नाराज होकर आरोपियों ने उनके साथ भी हाथापाई की और फोन छीनकर फरार हो गए।परिजनों का कहना है कि मारपीट में गंभीर रूप से घायल पंकज ने कुछ घंटों बाद दम तोड़ दिया। तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश में दबिश देना शुरू कर दिया है।

दो दिन पहले ही सिस्टम पर उठाए थे सवाल…
आपको बता दें कि अपनी मौत के दो दिन पहले ही पंकज मिश्रा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था। जिसमें उन्होंने सिस्टम पर कई सवाल उठाए थे। उन्होंने कई पत्रकारों और बड़े औहदों पर बैठे लोगों पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस पोस्ट में उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से जांच की मांग की थी। लेकिन अगली सुबह ही उनके द्वारा ये पोस्ट हटा दी गई। इतना ही नहीं उन्होंने माफी मांगते हुए एक और फेसबुक पोस्ट की और इसी रात कथित पत्रकार उनके घर पहुंचे और उनके साथ मारपीट की। इसकी अगली सुबह वो अपने घर में मृत पाए गए। उनकी मौत के बाद परिजन लगातार हाई लेवल की जांच की मांग कर रहे हैं।
पत्रकारों की हो रही है हत्या – कांग्रेस
परिजनों की मांग पर ही Pankaj Mishra का दूसरी बार पोस्टमार्टम कराया गया है और उनका विसरा भी सुरक्षित रखा गया है। देहरादून ही नहीं प्रदेश के साथ ही प्रदेश के बाहर भी अब ये मामला तूल पकड़ रहा है। लोग इसकी जांच की मांग कर रहे हैं।
कांग्रेस का कहना है कि पत्रकारों की हत्या की जा रही है। जबकि बीजेपी का इस पूरे मामले पर कहना है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था के लिए खुद मुख्यमंत्री गंभीर है। अगर इस मामले में कोई दोषी है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अब देखना ये होगा कि सरकार इस मामले में अगला कदम क्या उठाती है ? और क्या सरकार के कदमों से पकंज मिश्रा का परिवार संतुष्ट होता है या नहीं।
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उत्तराखंड में अब मंहगी नहीं होगी शराब, नए साल पर जश्न होगा शानदार, रेट बढ़ाने के नोटिफिकेशन पर हाईकोर्ट ने लगाई रोक

Nainital News : उत्तराखंड में अब शराब के दाम नहीं बढ़ेंगे। राज्य सरकार के रेट बढ़ाने वाले नोटिफिकेशन पर उत्तराखंड हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। जिसके बाद अब प्रदेश में शराब महंगी नहीं होगी।
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उत्तराखंड में अब मंहगी नहीं होगी शराब
Nainital हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला लिया है। हाईकोर्ट ने शराब के रेट बढाने वाले नोटिफिकेशन पर फिलहाल रोक लगा दी है। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने सरकार सचिव आबकारी समेत निदेशक आबकारी को नोटिस भी जारी किया है और तीन हफ्तों के अंदर जवाब मांगा है।
रेट बढ़ाने के नोटिफिकेशन पर हाईकोर्ट ने लगाई रोक
बता दें कि राज्य सरकार ने 28 नवंबर 2025 को राज्य में शराब के रेट बढाने को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया था। जिसे शराब कम्पनी आईजीएल ने नैनीताल हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। इस मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने जहां एक ओर नोटिफिकेशन पर रोक लगाई है तो वहीं ये भी माना है कि किसी आबकारी वर्ष के बीच में मूल्यों से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है।

रोक हटने पर कितने बढ़ जाएंगे शराब के दाम
आपको बता दें कि प्रदेश सरकार ने आबकारी नीति 2025-26 में अहम संशोधन किया और शराब पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी पर 12 फीसदी एकस्ट्रा वैट लगाने को मंजूरी मिल गई। जिसके बाद शराब की कीमतें वर्तमान की तुलना में बढ़ने वाली थीं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नए रेट सभी तरह की शराब की बोतलों पर लागू होने वाला था।
वैट लागू होने के बाद मौजूदा वक्त में बाजार में उपलब्ध देशी, विदेशी, बीयर और प्रीमियम सेगमेंट की कीमतों में लगभग 100 रूपए तक का इजाफा होता। जबकि बात करें प्रीमियम और आयातित ब्रांड की तो इन पर बढ़ोतरी और भी ज्यादा होती।
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जरूरी खबर : केदारनाथ हाईवे 15 जनवरी तक रहेगा बंद, इस रास्ते से होगी आवाजाही

Kedarnath Highway : केदारनाथ हाईवे-107 अगले एक महीने तक बंद रहेगा। मरम्मत के कार्य के चलते केदारनाथ हाईवे को अस्थायी रूप से बंद किया गया है। इस दौरान मानसून में हाईवे को हुए नुकसान को ठीक किया जाएगा।
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Kedarnath Highway 15 जनवरी तक रहेगा बंद
केदारनाथ हाईवे-107 पर मरम्मत का काम किया जा रहा है। जिसके चलते Kedarnath Highway 15 जनवरी तक बंद रहेगा। बता दें कि हाईवे पर काकड़ागाड़-कुंड-गुप्तकाशी मार्ग पर मानसून में हुई टूटफूट को ठीक करने के लिए 15 जनवरी तक अस्थायी रूप बंद कर दिया गया है। हालांकि इस दौरान कुंड-चुन्नी बैंड-विद्यापीठ-गुप्तकाशी मोटर मार्ग से आवागमन होगा।
यात्रियों को हो सकती हैं परेशानियां
Kedarnath Highway -107 के बंद रहने और लगभग एक महीने कुंड-चुन्नी बैंड-विद्यापीठ-गुप्तकाशी मोटर मार्ग से आवागमन होने के कारण स्थानीय लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। बता दें कि केदारनाथ हाईवे पर किमी 33.130 से 41.260 के बीच मानसून में सड़क को भारी नुकसान हुआ है।

प्रकृति और यातायात सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया गया फैसला
बता दें कि हाईवे पर मरम्मत और सुदृढ़ीकरण का कार्य कंपनी की ओर से किया जा रहा है। इस दौरान जेसीबी, डंपर, फ्लोरी, एसएलएम सहित अन्य भारी मशीनरी का उपयोग किया जाना बेहद ही जरूरी है।
ये फैसला राष्ट्रीय राजमार्ग की चौड़ाई अत्यंत कम होने और यातायात सुरक्षा के साथ प्रकृति को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। लोगों की सुरक्षा के लिए 15 दिसंबर से 15 जनवरी 2026 तक मार्ग को अस्थायी रूप से यातायात के लिए प्रतिबंधित रहेगा
Kedarnath Highway – FAQs
1. Kedarnath Highway कब तक बंद रहेगा?
उत्तर: केदारनाथ हाईवे (NH-107) को 15 जनवरी 2026 तक अस्थायी रूप से बंद रखा गया है।
2. केदारनाथ हाईवे क्यों बंद किया गया है?
उत्तर: मानसून के दौरान हुई भारी क्षति की मरम्मत और सड़क के सुदृढ़ीकरण कार्य के कारण हाईवे को बंद किया गया है।
3.कौन-सा हिस्सा ज्यादा क्षतिग्रस्त है?
उत्तर: हाईवे का किमी 33.130 से 41.260 के बीच का हिस्सा मानसून में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है।
4. मरम्मत कार्य के दौरान कौन-सी मशीनें इस्तेमाल हो रही हैं?
उत्तर: मरम्मत के लिए जेसीबी, डंपर, फ्लोरी, एसएलएम सहित भारी मशीनरी का उपयोग किया जा रहा है।
5. यात्रियों के लिए वैकल्पिक मार्ग कौन-सा है?
उत्तर: इस दौरान यातायात कुंड–चुन्नी बैंड–विद्यापीठ–गुप्तकाशी मोटर मार्ग से संचालित किया जाएगा।
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